झारखण्ड की राजधानी कहाँ है? – नाम, जनसँख्या, इतिहास और पर्यटन स्थल जाने | Jharkhand Ki Rajdhani Kahan Hai

नमस्कार दोस्तों आज इस पोस्ट में आप जानेंगे की झारखण्ड की राजधानी कहाँ है? (Jharkhand Ki Rajdhani Kahan Hai) और साथ ही साथ झारखण्ड की राजधानी का नाम, जनसँख्या, इतिहास और पर्यटन स्थल आदि जैसी महत्वपूर्ण बातों के बारे में आपको जानकारी प्राप्त होगी।

यदि आप छात्र हैं तो नीचे झारखण्ड की राजधानी से जुडी हुई जानकारियां आपके लिए विभिन्न प्रकार से काफी उपयोगी हो सकती हैं। इसी लिए इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें।

झारखण्ड की राजधानी से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य

राज्य का नामझारखण्ड (Jharkhand)
राजधानी का नामरांची (Ranchi)
राजधानी की स्थापना15 नवंबर 2000
राजधानी की जनसँख्या15 लाख से अधिक
राजधानी में साक्षरता दर87.37%
राजधानी में भाषाएँहिंदी, अंग्रेजी और नागपुरी
Jharkhand Ki Rajdhani Kahan Hai

झारखण्ड की राजधानी कहाँ है? (Jharkhand Ki Rajdhani Kahan Hai)

झारखण्ड की राजधानी राँची है। यह पूर्वी भारतीय राज्य झारखंड में छोटा नागपुर पठार का एक शहर है। रांची, रांची जिले और रांची डिवीजन का प्रशासनिक मुख्यालय है। रांची झारखंड का एक प्रमुख औद्योगिक और वाणिज्यिक केंद्र है। यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध इतिहास और विविध संस्कृति के लिए जाना जाता है।

रांची झारखंड की राजधानी है, जबकि दुमका झारखण्ड की उप-राजधानी है। रांची एक तेजी से बढ़ता हुआ शहर है, और इसकी आबादी 2025 तक 17 लाख पहुंचने की उम्मीद है। शहर सड़क, रेल और हवाई मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। रांची में रांची हवाई अड्डा भी है, जो झारखंड का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है।

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रांची का इतिहास (History)

यहाँ रांची के इतिहास की कुछ प्रमुख घटनाएँ हैं:

  • प्राचीन काल: यह क्षेत्र मूल रूप से मुंडा और ओरांव जनजातियों द्वारा बसा हुआ था।
  • 5वीं शताब्दी ई.: नागवंशी राजवंश की स्थापना राजा फणीमुकुट ने की थी।
  • 16वीं शताब्दी: मुगलों ने रांची पर विजय प्राप्त की।
  • 18वीं शताब्दी: अंग्रेजों ने रांची पर विजय प्राप्त की।
  • 1947: भारत को आजादी मिली। रांची बिहार राज्य का हिस्सा बन गया।
  • 2000: झारखंड एक अलग राज्य बना और राँची इसकी राजधानी बनी।

रांची भारत के झारखंड राज्य की राजधानी है। यह प्राचीन काल से चला आ रहा एक समृद्ध इतिहास वाला शहर है। इस क्षेत्र में मूल रूप से मुंडा और ओरांव जनजातियाँ निवास करती थीं, जिन पर बाद में नागवंशी राजवंश का शासन हुआ। नागवंशी राजवंश की स्थापना महान राजा फणीमुकुट ने की थी, जिन्होंने छोटानागपुर साम्राज्य की स्थापना की थी। यह राज्य कई शताब्दियों तक चला, जब तक कि 16वीं शताब्दी में इसे मुगलों ने जीत नहीं लिया।

मुगलों ने रांची पर 200 से अधिक वर्षों तक शासन किया, जब तक कि उन्हें 18वीं शताब्दी में अंग्रेजों द्वारा उखाड़ नहीं फेंका गया। अंग्रेजों ने रांची को छोटानागपुर डिवीजन की राजधानी बनाया और यह एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक और वाणिज्यिक केंद्र बन गया। रांची ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और यह गणेश चंद्र घोष और बिरसा मुंडा सहित कई क्रांतिकारी नेताओं का घर था।

1947 में भारत को आजादी मिलने के बाद, रांची बिहार राज्य का हिस्सा बन गया। 2000 में झारखंड एक अलग राज्य बना और रांची इसकी राजधानी बनी। आज, रांची 15 लाख से अधिक लोगों की आबादी वाला एक संपन्न महानगर है। यह एक प्रमुख वाणिज्यिक और औद्योगिक केंद्र है, और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रांची सहित कई शैक्षणिक संस्थानों का घर है।

रांची की जनसँख्या (Population)

2023 तक रांची की जनसंख्या 1,547,258 होने का अनुमान है। यह इसे भारत में 32वां सबसे अधिक आबादी वाला शहरी समूह बनाता है। रांची की जनसंख्या वृद्धि दर 2.42% है, जो राष्ट्रीय औसत 1.64% से अधिक है।

रांची की अधिकांश आबादी हिंदू है, उसके बाद मुस्लिम, ईसाई और सिख हैं। रांची की आधिकारिक भाषा हिंदी है, लेकिन शहर में बोली जाने वाली अन्य भाषाओं में नागपुरी, उर्दू, बंगाली, कुरुख, मुंडारी और मैथिली शामिल हैं।

यहां कुछ प्रमुख कारक दिए गए हैं जिन्होंने रांची की जनसंख्या में वृद्धि में योगदान दिया है:

  • शिक्षा: रांची कई शैक्षणिक संस्थानों का घर है, जिनमें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रांची, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रांची, और बिरसा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रांची शामिल हैं। ये संस्थान पूरे भारत से छात्रों को आकर्षित करते हैं, जिसने शहर की जनसंख्या में वृद्धि में योगदान दिया है।
  • आर्थिक विकास: रांची झारखंड का एक प्रमुख औद्योगिक और वाणिज्यिक केंद्र है। शहर ने हाल के वर्षों में महत्वपूर्ण आर्थिक विकास देखा है, जिसने देश के अन्य हिस्सों से लोगों को आकर्षित किया है।
  • सरकार: रांची झारखंड की राजधानी है, और राज्य सरकार का मुख्यालय शहर में है। इससे शहर की जनसंख्या में वृद्धि हुई है, क्योंकि लोग सरकार के लिए काम करने या सरकार से संबंधित व्यवसायों के लिए रांची आए हैं।
  • पर्यटन: रांची एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, और पर्यटन उद्योग के परिणामस्वरूप शहर की आबादी में वृद्धि हुई है। यह शहर कई ऐतिहासिक स्मारकों, प्राकृतिक आकर्षणों और धार्मिक स्थलों का घर है, जो पूरे भारत और दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

रांची एक जीवंत और बढ़ता हुआ शहर है और आने वाले वर्षों में इसकी आबादी बढ़ने की उम्मीद है। यह शहर पूर्वी भारत में एक प्रमुख आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र बनने के लिए अच्छी स्थिति में है, और इसकी जनसंख्या वृद्धि इसकी क्षमता का प्रमाण है।

रांची में प्रमुख पर्यटन स्थल (Tourist Places)

रांची एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है, और अपनी प्राकृतिक सुंदरता, अपने समृद्ध इतिहास और अपनी विविध संस्कृति के लिए जाना जाता है। यह शहर कई ऐतिहासिक स्मारकों का घर है, जिनमें रांची राजभवन, रातू पैलेस और बिरसा मुंडा स्मारक शामिल हैं। रांची कई प्राकृतिक आकर्षणों का भी घर है, जिनमें रांची झील, हिनू झरना और कांके बांध शामिल हैं।

आइये अब रांची में कुछ लोकप्रिय पर्यटन स्थलों के बारे में जानते हैं:

  • रांची झील: यह रांची के मध्य में स्थित एक मानव निर्मित झील है। यह नौकायन, तैराकी और पिकनिक के लिए एक लोकप्रिय स्थान है।
  • बिरसा मुंडा स्मारक: यह एक आदिवासी नेता बिरसा मुंडा को समर्पित एक स्मारक है, जिन्होंने 19वीं सदी के अंत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। यह स्मारक रांची की ओर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है।
  • रातु महल: यह 19वीं सदी में मुंडा राजा बिरसा मानकी द्वारा बनवाया गया महल है। यह महल अब एक संग्रहालय है जो मुंडा संस्कृति से संबंधित कलाकृतियों को प्रदर्शित करता है।
  • टैगोर हिल: यह एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित पार्क है जिसका नाम बंगाली कवि, रवींद्रनाथ टैगोर के नाम पर रखा गया है। यह पार्क रांची और आसपास की पहाड़ियों का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है।
  • दसम जलप्रपात: ये रांची से लगभग 40 किमी दूर स्थित झरनों की एक श्रृंखला है। यह झरना लंबी पैदल यात्रा और पिकनिक के लिए एक लोकप्रिय स्थान है।
  • पतरातू घाटी: यह रांची से लगभग 35 किमी दूर स्थित एक घाटी है। यह घाटी अपनी प्राकृतिक सुंदरता और वन्य जीवन की प्रचुरता के लिए जानी जाती है।
  • बिरसा प्राणी उद्यान: यह रांची में स्थित एक चिड़ियाघर है। चिड़ियाघर शेर, बाघ, हाथी और गैंडा सहित विभिन्न प्रकार के जानवरों का घर है।
  • नक्षत्र वन: यह रांची में स्थित एक वनस्पति उद्यान है। उद्यान विभिन्न प्रकार के पौधों का घर है, जिनमें पेड़, फूल और झाड़ियाँ शामिल हैं।

ये रांची के कई लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से कुछ हैं। इस शहर में इतिहास प्रेमियों से लेकर प्रकृति प्रेमियों और रोमांच चाहने वालों तक हर किसी को देने के लिए कुछ न कुछ है।

FAQ: Jharkhand Ki Rajdhani Kahan Hai

यहां झारखंड की राजधानी से संबंधित कुछ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न दिए गए हैं:

झारखंड की राजधानी क्या है?

झारखंड की राजधानी रांची है।

रांची झारखंड की राजधानी कब बनी?

15 नवंबर 2000 को रांची झारखंड की राजधानी बनी।

रांची की जनसंख्या कितनी है?

रांची की जनसंख्या 2023 तक 1,547,258 होने का अनुमान है।

रांची में प्रमुख उद्योग कौन से हैं?

रांची में प्रमुख उद्योगों में खनन, इस्पात, सीमेंट और आईटी शामिल हैं।

रांची में प्रमुख पर्यटक आकर्षण क्या हैं?

रांची के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में रांची झील, बिरसा मुंडा मेमोरियल, रातू पैलेस, टैगोर हिल, दशम फॉल्स, पतरातू घाटी, बिरसा जूलॉजिकल पार्क और नक्षत्र वन शामिल हैं।

मैं रांची कैसे पहुंच सकता हूं?

रांची सड़क, रेल और हवाई मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। निकटतम हवाई अड्डा रांची हवाई अड्डा है, जो शहर के केंद्र से लगभग 15 किमी दूर स्थित है।

अधिक जानकारी के लिएलिंक्स
रांची (Ranchi), Wikipedia LinkClick Here
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हम आशा करते हैं की आप सभी के लिए यह पोस्ट झारखण्ड की राजधानी कहाँ है? (Jharkhand Ki Rajdhani Kahan Hai) काफी जानकारी भरा और उपयोगपूर्ण रहा होगा, ऐसी ही झारखण्ड राज्य से जुडी विभिन्न जानकारियों के लिए हमसे जुड़े , डीडी झारखण्ड की तरफ से आपको धन्यवाद।

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