झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में जल्द ही मरीजों और उनके परिजनों के लिए कई नई सुविधाएं शुरू होने जा रही हैं। इनमें पीपीपी मोड पर संचालित डायलिसिस यूनिट, लाइब्रेरी, अपरेफरल कुपोषण उपचार केंद्र और विश्राम केंद्र शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जल्द ही इन सुविधाओं का उद्घाटन करेंगे।
डायलिसिस यूनिट
डायलिसिस यूनिट में 25 बेड की व्यवस्था होगी। यहां कार्डधारी, आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के मरीजों का निशुल्क डायलिसिस होगा। वहीं समान्य मरीजों का डायलिसिस 1341 रुपये में किया जाएगा।
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लाइब्रेरी
लाइब्रेरी में रिम्स के 501 छात्र बैठकर पढ़ाई कर सकेंगे। इसमें 92278 किताबों की भी व्यवस्था की गई है।
कुपोषण उपचार केंद्र
अपरेफरल कुपोषण उपचार केंद्र में विभिन्न कुपोषण ट्रीटमेंट सेंटर से वैसे बच्चों को रेफर किया जाएगा, जिन्हें विशेष देखभाल और इलाज की जरूरत होगी।
उनका इलाज यहां रखकर किया जाएगा। इस केंद्र की नोडल पदाधिकारी डा. आशा किरण होंगी। वहीं पीडियाट्रिक विभाग के एचओडी की देखरेख में इस केंद्र का संचालन किया जाएगा। यहां कुपोषण बच्चों को डाइट के तहत भोजन भी दिया जाएगा।
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विश्राम केंद्र
विश्राम केंद्र येलो फीवर वैक्सीनेशन सेंटर, ट्राॅमा और रेडियोलाजी सेंटर के बाहर मरीजों और उनके परिजनों के लिए बनाया जाएगा। इस विश्राम केंद्र में मरीजों और उनके परिजन आराम कर सकेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि इन सुविधाओं के शुरू होने से मरीजों और उनके परिजनों को काफी सहूलियत होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
रिम्स के निदेशक डॉ. राजीव गुप्ता ने कहा कि इन सुविधाओं के शुरू होने से रिम्स को देश के अग्रणी अस्पतालों में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन सुविधाओं से मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा और छात्रों को बेहतर शिक्षा मिलेगी।
रिम्स में इन नई सुविधाओं के शुरू होने से झारखंड के लोगों को काफी लाभ होगा। इससे मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा और छात्रों को बेहतर शिक्षा मिलेगी।